Mangal Bhat Puja and Rituals
Ujjain

मंगल भात पूजा व अनुष्ठान

जातक की जन्म कुण्डली में स्थित तथा नवमांश में स्थित एवं मंगल महादशा में स्थित भौम की दुर्योग की निवृत्ति युवं सुयोग तथा व्यापार व्यवसाय व प्रापर्टी मै अतुल वृद्धि हेतु मंगल (भौम) का मांगलिक होना नितान्त आवश्यक है। अतः इसके लिए मंगलभात पूजा का शास्त्रीय वैदिक रीति से विधान सम्पन्न कराये जाते हैं, व मंगल की दशा महादशा- अन्तर्दशा से उत्पन्न दुर्योग निवृत्ति हेतु वैदिक विद्वानों के माध्यम से जप शान्ति व गृहशान्ति का अनुष्ठान सम्पन्न करवाया जाता है तथा विवाह में बालक-बालिका के मांगलिक होने की स्थिति में नवयुगल के जीवन में सुख समृद्धि हो इसके लिए पूर्ण वैदिक रीति से मंगल शान्ति विधान किया जाता है।

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About Guruji

Authorized Pandit in Ujjain, Pandit Gajanan Guruji .

पंडित गजानन गुरुजी उज्जैन के निवासी है जो बाल्यकाल से ही गुरुकुल श्री रामानुज कोट में अध्ययन किया व माध्यन्दिन शाखा से दीक्षित होकर शुक्ल यजुर्वेद का अध्ययन किया और दीक्षित होकर कर्मकाण्ड सीखा और पारम्परिक वैदिक शास्त्र के अतिरिक्त अभिनव शास्त्री, एम. ए. संस्कृत शास्त्र का अध्ययन संस्कृत अध्ययन- शाला विक्रम यूनिवर्सिर्टी उज्जैन से किया और अपनी गुरुपरम्परा को आगे बढाते हुए वैदिक अध्ययन-अध्यापन के साथ-साथ लोगों के कल्याणार्थ वैदिक शास्त्रीय विधि से कर्मकाण्ड अर्थात् पूजा विधि सम्पन्न करवाते है।