कुम्भविवाह + अर्क विवाह
दाम्पत्य जीवन के सुख पूर्वक निर्वाह हेतु जीवन में सभी प्रकार के सौभाग्य (शान्ति) होना अनिवार्य है, इसी के फल- स्वरूप जीवन सुदीर्घ व निरोग एवं कष्ट रहित रहना है जिसके लिए पति पत्नि दोनों के ग्रहयोग मिलना जरूरी है। इसके लिए विवाह पूर्व पति पत्नी के सुखपूर्वक जीवन निर्वाह हेतु अर्क विवाह बालक के लिए एवं कुम्भ विवाह लड़की के लिए शास्त्रीय विधान से हमारे द्वारा सम्पन्न कराया जाता है। वर के ग्रह गोचर दुष्ट योग की निवृत्ति हेतु अर्क विवाह अनिवार्य होता है। इसी प्रकार कन्या के ग्रह गोचर में पतिस्थान की शुद्धि व सुख समृद्धि हेतु कुम्भविवाह आए आवश्यक होता है। दोनों ही मांगलिक - संस्कार पूर्ण लग्न शुद्धि (मुहूर्त) के साथ सम्पन्न कराये जाते है।